Saturday, 13 May 2017

અેક વાર જરુર વાંચજો વાર્તા....

🦐 *जीवन रूपी समुद्र में शार्क मछलियों जैसी चुनौतियां जरुरी है।नही तो चुनौती विहीन जीवन किसी निर्जीव जीवन की तरह हो जाता है!!*🦐

जापान में लोग मछली खाने के बड़े शौकीन है । पर जापान के समुद्री तटों पर बहुत कम मछलियां पाई जाती है ।

सो जापानी मछुवारे मछली पकड़ने दूर दूर तक जाते थे । मछली पकड़ने के बाद जब वो वापिस आते थे तब तक मछलियां सारी मर चुकी होती थी ।
जापान के निवासी ताज़ी मछलियों के शौकीन है सो उन्हें यह मछलियां पसन्द नही आती थी ।

फिर मछुवारों ने अपनी बोट पर एक बड़ा फ्रीजर लगवाया ,मछलियां पकड़ने के बाद वो उसे फ्रीजर में डाल देते ताकि मछलियां ताज़ी रहे ।
पर लोगो को इससे भी ताजगी का स्वाद न आया ।

फिर मछुवारों ने एक बड़ा सा हौज (टैंक) अपने बोट में बनवाया , मछलियों को पकड़ने के बाद उसे उस टैंक में छोड़ देते थे , वापिस आते आते वो मछलियां ज़िंदा रहती थी और उनके स्वाद में कोई अंतर नही आता था ।

पर कुछ समय बाद जापानियों को इन मछलियों का भी स्वाद पसन्द नही आया,पता नही क्यों उन मछलियों में इतनी ताजगी नही थी ।
दरसल जिस हौज में मछलियां डाली जाती थी उसमें सिर्फ मछलिया होती थी और हौज में डालने के बाद उनके अंदर वो समुद्र जैसी हलचल नही होती थी , मछलिया ज़िंदा तो रहती थी पर लगभग निर्जीव अवस्था में ।।

अबकी बार मछुवारों ने सबसे बेहतरीन तरकीब निकाली ।
उन्होंने हौज में मछलियों के साथ 2-3 छोटी शार्क मछलिया भी डाल दी जो छोटी मछलियों का शिकार करती है ।

नतीजा यह हुआ कि छोटी मछलिया जब तक हौज में रहती थी तब तक शार्क से बचने के लिए इधर उधर भगति रहती थी और उनके शरीर में स्फूर्ति ,जोश बना रहता था।।

*हम सबके जीवन में भी अगर स्फूर्ति और जोश  बना रहना हो तो इन शार्क मछलियों जैसी चुनोतियो का होना आवश्यक है नही तो हम जीवित तो रहेंगे पर निर्जीव की भांति*😊

No comments:

Post a Comment